• Home
  • About
  • Privacy Policy
फॉलो मी इंडिया
  • Home
  • सागर
  • ताजा खबर
  • खेल
  • दुनिया
  • देश
  • धर्म
  • बात पते की
  • बिज़नेस
  • भारत
  • मनोरजंन
  • राजनीति
  • लाइफस्टाइल
  • समाज
  • About
  • Privacy Policy
No Result
View All Result
  • Home
  • सागर
  • ताजा खबर
  • खेल
  • दुनिया
  • देश
  • धर्म
  • बात पते की
  • बिज़नेस
  • भारत
  • मनोरजंन
  • राजनीति
  • लाइफस्टाइल
  • समाज
  • About
  • Privacy Policy
No Result
View All Result
फॉलो मी इंडिया
No Result
View All Result

Home समाज

मुसोलिनी ने टैगोर को इटली बुलाकर क्या उनका इस्तेमाल किया था? – विवेचना

Did Mussolini use Tagore by inviting him to Italy? - discussion

Shailendra Singh by Shailendra Singh
July 29, 2023
in समाज, राजनीति
0
मुसोलिनी ने टैगोर को इटली बुलाकर क्या उनका इस्तेमाल किया था? – विवेचना
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

यूँ तो रबींद्रनाथ टैगोर ने अपने जीवनकाल में कई देशों का दौरा किया था लेकिन इटली के तानाशाह बेनिटो मुसोलिनी के निमंत्रण पर सन 1926 में उनके इटली जाने पर ख़ासा विवाद खड़ा हो गया था.

इटली जाने पर टैगोर की विदेश और भारत के अंदर काफ़ी आलोचना हुई थी और इसके लिए उन्हें काफ़ी सफ़ाई भी देनी पड़ी थी.

बेनिटो मुसोलिनी को फ़ासिज़्म का जन्मदाता कहा जाता है. उनका अंत बहुत भयावह हुआ था. उनको और उनकी महिला मित्र क्लारेटा पेटात्ची को 29 अप्रैल, 1945 को कोमो झील के किनारे गोली मारी गई थी. फिर उनके शवों को मिलान ले जाकर पियासाले लोरेटो में उल्टा लटका दिया गया था.

बीस और तीस के दशक में मुसोलिनी की दुनिया में बहुत ठसक हुआ करती थी. विंस्टन चर्चिल, जॉर्ज बर्नार्ड शॉ, रबींद्रनाथ टैगोर और यहाँ तक कि महात्मा गाँधी भी उनकी तारीफ़ किया करते थे.

सन 1941-43 के दौरान सुभाष चंद्र बोस भी मुसोलिनी को अपना मित्र मानते थे. जब वो जनवरी, 1941 में कलकत्ता से बच निकल कर काबुल पहुंचे थे तो काबुल से बर्लिन की अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने अपना नाम बदल कर इटालियन नाम ओर्लैंडो माज़ोटा रख लिया था.

मुसोलिनी ने टैगोर को आमंत्रित करने के लिए अपने दो प्रतिनिधि शाँति निकेतन भेजे थे.

सन 1925 में मुसोलिनी ने अपने दो प्रतिनिधियों कार्लो फ़ोरमिची और जुसेपे टुची को शाँति निकेतन भेजा. उनके साथ उन्होंने कई बहुमूल्य किताबें भी शाँति निकेतन की लाइब्रेरी को उपहारस्वरूप भेजीं.

कल्याण कुंडू अपनी किताब ‘मीटिंग विद मुसोलिनी टैगोर्स टूर्स इन इटली’ में लिखते हैं, “मुसोलिनी का विश्वास था कि टैगोर की इटली यात्रा से उनके शासन को वैधता मिलेगी. इसलिए उन्होंने टैगोर को राजकीय अतिथि के तौर पर इटली आमंत्रित किया. दिलचस्प बात ये थी कि कलकत्ता में इटली के वाणिज्य दूतावास को भी मुसोलिनी के इस फ़ैसले की हवा नहीं थी.”

कृष्ण कृपलानी टैगोर की जीवनी में लिखते हैं, “मुसोलिनी के इस कदम से प्रभावित होकर और उनकी रंगीन शख़्सियत को खुद अपनी आँखों से देखने की इच्छा की वजह से टैगोर ने मुसोलिनी का इटली आने का निमंत्रण स्वीकार किया था. इटली जाने से पहले उन्होंने कहा था कि मुसोलिनी का निमंत्रण स्वीकार करने का ये मतलब नहीं है कि मैं उनके सभी विचारों को स्वीकार कर लूँगा. जो चीज़ें मुझे पसंद नहीं हैं उनके बारे में मैं चुप नहीं रहूँगा.”

एक बार वो पहले 1925 में इटली जा चुके थे लेकिन 1 साल बाद 1926 में उन्होंने दोबारा इटली जाने का फ़ैसला किया.. इटली रवाना होने से पहले टैगोर ने कहा, “मुझे खुशी है कि मुझे अपनी आँखों से उस शख़्स के काम को देखने का मौका मिल रहा है जिसे महान माना जाता है और जिसे इतिहास में हमेशा याद रख जाएगा.”

कृपलानी का मानना है कि यहाँ टैगोर से फ़ैसला लेनें में ग़लती हुई. 15 मई, 1926 को रबींद्रनाथ टैगोर इटालियन पोत ‘अकुलिया’ से बंबई से इटली के शहर नेपल्स के लिए रवाना हुए. वहाँ से उन्हें और उनके दल को एक विशेष ट्रेन से रोम लाया गया.

रोम से प्रकाशित होने वाले अख़बार ‘इल रेस्तो डेल कार्लिनो’ ने अपने 1 जून, 1926 के अंक में लिखा, “भारतीय कवि रोम के रेलवे स्टेशन पर अपनी परंपरागत पोशाक पहने हुए उतरे. उनकी ट्यूनिक पर सुनहरी कढ़ाई की हुई थी. उन्होंने एक पगड़ी भी पहनी हुई थी जो उनके पतले और गहरे रंग के शरीर को राजसी आकृति प्रदान कर रही थी. प्रोफ़ेसर फ़ोरमुची ने बातचीत के दौरान बताया कि टैगोर की इटली यात्रा का मुख्य उद्देश्य मुसोलिनी को धन्यवाद देना है.”

Next Post

बिहार में बारिश की बेरुख़ी, सूखे की मार से किसान मुसीबत में

Shailendra Singh

Shailendra Singh

सच्चाई के साथ जनता के सरोकार से जुड़ी खबरें, मकसद हंगामा खड़ा करना नहीं, अच्छी और सच्ची खबर दिखाना है।

Next Post
बिहार में बारिश की बेरुख़ी, सूखे की मार से किसान मुसीबत में

बिहार में बारिश की बेरुख़ी, सूखे की मार से किसान मुसीबत में

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

  • Trending
  • Comments
  • Latest
लाड़ली बहना योजना परित्याग का आदेश हुआ निरस्त, मामले को लेकर अधिकारी पर गिर सकती है कार्रवाई की गाज

लाड़ली बहना योजना परित्याग का आदेश हुआ निरस्त, मामले को लेकर अधिकारी पर गिर सकती है कार्रवाई की गाज

December 15, 2023

ज्योति का भार्गव से कड़ा मुकाबला

December 5, 2023
पूर्व भाजपा विधायक रतन सिंह के बेटे का देशी कट्टा दिखाकर अधिकारियों को धमकी देते वीडियो हुआ वायरल, पुलिस ने किया मामला दर्ज

पूर्व भाजपा विधायक रतन सिंह के बेटे का देशी कट्टा दिखाकर अधिकारियों को धमकी देते वीडियो हुआ वायरल, पुलिस ने किया मामला दर्ज

May 30, 2024
सुरखी विधानसभा के रण में “हुकुम” मदद की आस के सहारे, गद्दी पर बैठाने वाले हाथों पर क्यों नही बन पा रहा भरोसा, काँटे के मुकाबले में ऊँट आखिर किस करवट बैठेगा, एवरीथिंग फेयर इन लव एंड वार की भयंकर बिसात को कैसे तोड़ पाएगा मंत्री खेमा.. षडयंत्रो, भीतरघातों और दगाबाजी के चंगुल में फंसी इस विधानसभा का मुकाबला बेहद रोचक होने वाला है

सुरखी विधानसभा के रण में “हुकुम” मदद की आस के सहारे, गद्दी पर बैठाने वाले हाथों पर क्यों नही बन पा रहा भरोसा, काँटे के मुकाबले में ऊँट आखिर किस करवट बैठेगा, एवरीथिंग फेयर इन लव एंड वार की भयंकर बिसात को कैसे तोड़ पाएगा मंत्री खेमा.. षडयंत्रो, भीतरघातों और दगाबाजी के चंगुल में फंसी इस विधानसभा का मुकाबला बेहद रोचक होने वाला है

October 12, 2023
भयंकर बाढ़ मंदिर तो बहा ले गई पर उसमे बैठे हनुमान जी की प्रतिमा को डिगा भी न पाई, भक्तों का लगा तांता, कहा- बनाएंगे भव्य मंदिर, वीडियो देखें

भयंकर बाढ़ मंदिर तो बहा ले गई पर उसमे बैठे हनुमान जी की प्रतिमा को डिगा भी न पाई, भक्तों का लगा तांता, कहा- बनाएंगे भव्य मंदिर, वीडियो देखें

2

आईटी सेल का मतलब…

1
मुसोलिनी ने टैगोर को इटली बुलाकर क्या उनका इस्तेमाल किया था? – विवेचना

मुसोलिनी ने टैगोर को इटली बुलाकर क्या उनका इस्तेमाल किया था? – विवेचना

0
बिहार में बारिश की बेरुख़ी, सूखे की मार से किसान मुसीबत में

बिहार में बारिश की बेरुख़ी, सूखे की मार से किसान मुसीबत में

0
काले हिरण शिकार का एक और आरोपी पकड़ाया, सागौन और मांस की जब्ती, संलिप्तता के चलते रेंजर और वनरक्षक हुआ निलबिंत

काले हिरण शिकार का एक और आरोपी पकड़ाया, सागौन और मांस की जब्ती, संलिप्तता के चलते रेंजर और वनरक्षक हुआ निलबिंत

July 18, 2025
सागर संभाग की सबसे बड़ी सिरोंजा काष्ठागार में नही कोई सीसीटीवी कैमरा, 300 एकड़ एरिया में फैले हजारों घन मीटर करोड़ों की सागौन लकड़ी के चौबीसों घण्टे की सुरक्षा दर्जन भर सुरक्षाकर्मियों के भरोसे

सागर संभाग की सबसे बड़ी सिरोंजा काष्ठागार में नही कोई सीसीटीवी कैमरा, 300 एकड़ एरिया में फैले हजारों घन मीटर करोड़ों की सागौन लकड़ी के चौबीसों घण्टे की सुरक्षा दर्जन भर सुरक्षाकर्मियों के भरोसे

June 26, 2025
सागर की इंदिरा कॉलोनी में मीना पिम्पलापुरे (ताई) के बगीचा मे रहने वाले जहरीले जीवों सांप, गुहेरा, कबर बिज्जुओं का आतंक, पेड़ों के गिरने और उनसे घरों में आने लगी दरारें, सालों से बना है लोगों की जान को खतरा, इतनी शिकायतों के बाद आज-तक नही हो सका कोई निदान

सागर की इंदिरा कॉलोनी में मीना पिम्पलापुरे (ताई) के बगीचा मे रहने वाले जहरीले जीवों सांप, गुहेरा, कबर बिज्जुओं का आतंक, पेड़ों के गिरने और उनसे घरों में आने लगी दरारें, सालों से बना है लोगों की जान को खतरा, इतनी शिकायतों के बाद आज-तक नही हो सका कोई निदान

April 10, 2025
शांति के टापू में देर रात फिर बिगड़ा माहौल, इस उपाय से बनेगा सागर में सौहार्दपूर्ण माहौल

शांति के टापू में देर रात फिर बिगड़ा माहौल, इस उपाय से बनेगा सागर में सौहार्दपूर्ण माहौल

January 29, 2025

Recent News

काले हिरण शिकार का एक और आरोपी पकड़ाया, सागौन और मांस की जब्ती, संलिप्तता के चलते रेंजर और वनरक्षक हुआ निलबिंत

काले हिरण शिकार का एक और आरोपी पकड़ाया, सागौन और मांस की जब्ती, संलिप्तता के चलते रेंजर और वनरक्षक हुआ निलबिंत

July 18, 2025
सागर संभाग की सबसे बड़ी सिरोंजा काष्ठागार में नही कोई सीसीटीवी कैमरा, 300 एकड़ एरिया में फैले हजारों घन मीटर करोड़ों की सागौन लकड़ी के चौबीसों घण्टे की सुरक्षा दर्जन भर सुरक्षाकर्मियों के भरोसे

सागर संभाग की सबसे बड़ी सिरोंजा काष्ठागार में नही कोई सीसीटीवी कैमरा, 300 एकड़ एरिया में फैले हजारों घन मीटर करोड़ों की सागौन लकड़ी के चौबीसों घण्टे की सुरक्षा दर्जन भर सुरक्षाकर्मियों के भरोसे

June 26, 2025
सागर की इंदिरा कॉलोनी में मीना पिम्पलापुरे (ताई) के बगीचा मे रहने वाले जहरीले जीवों सांप, गुहेरा, कबर बिज्जुओं का आतंक, पेड़ों के गिरने और उनसे घरों में आने लगी दरारें, सालों से बना है लोगों की जान को खतरा, इतनी शिकायतों के बाद आज-तक नही हो सका कोई निदान

सागर की इंदिरा कॉलोनी में मीना पिम्पलापुरे (ताई) के बगीचा मे रहने वाले जहरीले जीवों सांप, गुहेरा, कबर बिज्जुओं का आतंक, पेड़ों के गिरने और उनसे घरों में आने लगी दरारें, सालों से बना है लोगों की जान को खतरा, इतनी शिकायतों के बाद आज-तक नही हो सका कोई निदान

April 10, 2025
शांति के टापू में देर रात फिर बिगड़ा माहौल, इस उपाय से बनेगा सागर में सौहार्दपूर्ण माहौल

शांति के टापू में देर रात फिर बिगड़ा माहौल, इस उपाय से बनेगा सागर में सौहार्दपूर्ण माहौल

January 29, 2025
फॉलो मी इंडिया

© 2023 All Right Reserved | Powered by CyberDairy Solutions

Navigate Site

  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result

© 2023 All Right Reserved | Powered by CyberDairy Solutions