• Home
  • About
  • Privacy Policy
फॉलो मी इंडिया
  • Home
  • सागर
  • ताजा खबर
  • खेल
  • दुनिया
  • देश
  • धर्म
  • बात पते की
  • बिज़नेस
  • भारत
  • मनोरजंन
  • राजनीति
  • लाइफस्टाइल
  • समाज
  • About
  • Privacy Policy
No Result
View All Result
  • Home
  • सागर
  • ताजा खबर
  • खेल
  • दुनिया
  • देश
  • धर्म
  • बात पते की
  • बिज़नेस
  • भारत
  • मनोरजंन
  • राजनीति
  • लाइफस्टाइल
  • समाज
  • About
  • Privacy Policy
No Result
View All Result
फॉलो मी इंडिया
No Result
View All Result

Home देश

मोदी सरकार में भारत कैसे बनेगा तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, कितनी बदलेगी आम लोगों की ज़िंदगी

How will India become the third largest economy in Modi government, how much will the life of common people change

Shailendra Rajput by Shailendra Rajput
July 29, 2023
in देश, राजनीति
0
मोदी सरकार में भारत कैसे बनेगा तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, कितनी बदलेगी आम लोगों की ज़िंदगी
0
SHARES
5
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

पीएम मोदी ने बुधवार को दिल्ली के प्रगति मैदान में ‘भारत मंडपम’ का उद्घाटन करते हुए गारंटी दी कि उनकी सरकार के तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की तीन सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो जाएगा.

भारत फिलहाल दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है.

ऐसे में अगर पीएम मोदी साल 2024 में होने जा रहा आम चुनाव जीतकर प्रधानमंत्री बनते हैं तो उनकी सरकार के पास ऐसा करने के लिए साल 2029 तक का वक़्त होगा.

कांग्रेस पार्टी ने पीएम मोदी की इस गारंटी पर उन्हें आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि सरकार बेहद चतुराई से उन कीर्तिमानों को बनाने की गारंटी देती है जिनका होना पहले से तय है.

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट करके कहा है, “अंकगणित के हिसाब से जो उपलब्धियां देश को हासिल होने ही वाली हैं, उनके लिए भी गारंटी देना प्रधानमंत्री मोदी की ओछी राजनीति को दिखाता है. इस दशक में भारत के दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरने की भविष्यवाणी काफ़ी समय से की जा रही है, और यह गारंटीड है – अगली सरकार चाहे कोई भी बनाए.”

कांग्रेस पार्टी ने जिन भविष्यवाणियों की बात की है, लगभग वैसी ही भविष्यवाणी अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने भी अब से छह महीने पहले की थी.

लाइव मिंट के मुताबिक़, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने भी पिछले साल अक्टूबर में अनुमान लगाया है कि भारत साल 2027-28 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है.

आईएमएफ़ के साथ ही वैश्विक वित्तीय फर्म मॉर्गन स्टैनली ने भी पिछले साल अनुमान लगाया है कि साल 2027 तक भारत अमेरिका और चीन के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.

मोदी काल में अर्थव्यवस्था कहां से कहां तक पहुंची?

पीएम मोदी के प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से पाँचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में सफल हुई है.

लेकिन इसकी वजह क्या है?

किसी भी देश की अर्थव्यवस्था के आकार का मानक उस देश की जीडीपी होती है और बीते नौ सालों में भारत की जीडीपी में तेज उछाल दर्ज किया गया है.

हालाँकि, कांग्रेस के कार्यकाल में जीडीपी की अधिकतम विकास दर 2010 में 8.5 प्रतिशत दर्ज की गई थी जबकि कोविड के दौर में दुनिया की सभी अर्थव्यवस्थाओं की तरह भारत में वृद्धि की जगह गिरावट दर्ज की गई थी.

भारत का जीडीपी कैसे बढ़ रहा है?

साल 2014 से 2023 के बीच भारत के जीडीपी में कुल 83 फीसद की बढ़त दर्ज की गई है.

नौ साल की वृद्धि दर के मामले में भारत चीन से सिर्फ़ एक फीसदी नीचे रहा है क्योंकि चीन की जीडीपी में 84 फीसद की बढ़त दर्ज की गई है.

वहीं, इन नौ सालों में अमेरिकी जीडीपी में बढ़त की दर 54 फीसदी रही लेकिन इन तीन अर्थव्यवस्थाओं को छोड़ दिया जाए तो जीडीपी के लिहाज़ से शीर्ष दस देशों में शामिल कुछ देशों की जीडीपी में बढ़त की दर कम हुई है या बढ़ी नहीं है.

इस दौर में भारत पांच देशों को पीछे छोड़कर दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है. इनमें से ब्रिटेन, फ्रांस और रूस की जीडीपी में बढ़त की दर क्रमश: तीन, दो और एक फीसद रही.

वहीं, इटली की जीडीपी बढ़त दर में वृद्धि नहीं हुई. ब्राज़ील की जीडीपी में 15 फीसदी का संकुचन देखा गया है.

ऐसे में भारतीय अर्थव्यवस्था में जो तेज उछाल दिखती है वह इन देशों की तुलना में ही दिखती है, तो इन तमाम विकसित देशों की अर्थव्यवस्थाओं में बढ़त नहीं होने की वजह क्या रही.

इसकी एक वजह साल 2008 – 09 का वैश्विक आर्थिक संकट है क्योंकि जहां एक ओर ये आर्थिक संकट पश्चिमी देशों की अर्थव्यवस्थाओं के लिए काफ़ी ज़्यादा नुकसान पहुंचाने वाला रहा.

वहीं, भारत पर इस संकट का अपेक्षाकृत रूप से कम असर पड़ा.

अगर भारतीय जीडीपी मौजूदा औसत छह-सात फीसद की दर से भी आगे बढ़ती रहती है तो भी वह साल 2027 तक जर्मनी और जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी, क्योंकि इन देशों के लिए छह-सात प्रतिशत बढ़ोतरी तकरीबन असंभव ही है, क्योंकि जर्मनी और जापान की विकास दर क्रमश: ढाई और डेढ़ प्रतिशत ही है.

अर्थव्यवस्था बढ़ने का मतलब क्या है?

किसी भी देश की अर्थव्यवस्था बढ़ने से आशय उसकी जीडीपी बढ़ने से है. और जीडीपी का मतलब उस देश में एक साल में तैयार किए गए माल और सेवाओं की कुल वैल्यू से है.

उदाहरण के लिए, अगर आप साल भर खेती करते हैं जिसका बाज़ार में मूल्य दस लाख रुपये है तो आपकी वार्षिक जीडीपी दस लाख रुपये हुई.

ऐसे में अगर आपकी वार्षिक जीडीपी दस फीसद की दर से बढ़त होती है तो आपकी जीडीपी बढ़त दर दस फीसद कही जाएगी.

जीडीपी में बढ़ोतरी की वजह से कंपनियां अपना व्यापार बढ़ाने पर तरजीह देंगी. विदेशी कंपनियां भी उस देश में निवेश करेंगी जहाँ बढ़ोतरी हो रही है.

इससे नौकरियों के नए अवसर पैदा होंगे. इससे धीरे-धीरे समाज के आर्थिक रूप से शीर्ष वर्ग से मध्यम और निचले वर्ग तक लाभ पहुँचेगा.

प्रति व्यक्ति आय के बिना जीडीपी अधूरी जानकारी

अब ये समझने की कोशिश करते हैं कि किसी देश की अर्थव्यवस्था के आगे बढ़ने से आम लोगों पर क्या असर पड़ता है.

देश की अर्थव्यवस्था का बढ़ना एक सकारात्मक बात है लेकिन जीडीपी देश के आम नागरिकों की समृद्धि का पैमाना नहीं है, जिस पैमाने से देश के आम लोगों की समृद्धि मापी जाती है उसे प्रति व्यक्ति आय कहते हैं.

प्रति व्यक्ति आय का मतलब है–देश की कुल आबादी से जीडीपी को भाग देने पर जो रकम मिलती है वह देश के एक व्यक्ति की एक साल की औसत आय है.

इसमें दिहाड़ी मज़दूर, कामकाजी आदमी-औरत से लेकर अंबानी अडानी की कमाई सब शामिल है, जिसका यह औसत है, बहुत सारे लोग इस औसत से अधिक कमाते हैं और बहुत सारे लोग बहुत कम, इस तरह ये आम आदमी की आर्थिक हालत का मोटा-मोटा संकेत है.

भारत जीडीपी के मामले में दुनिया में आज पाँचवे नंबर पर है लेकिन प्रति व्यक्ति आय के मामले में भारत का स्थान दुनिया के पहले 100 देशों में भी नहीं है.

इसकी दो अहम वजहें हैं- पहला बड़ी आबादी और दूसरा धन का असमान वितरण. आबादी तो आप जानते ही हैं.

भारत में धन का वितरण कितना असमान है, इसके बारे में प्रतिष्ठित सामाजिक संस्था ऑक्सफ़ैम के मुताबिक़, भारत के एक प्रतिशत लोगों के पास देश की चालीस प्रतिशत संपत्ति है.

Previous Post

वेस्टइंडीज़ से भारत वनडे में जीता तो नहीं होगी वाहवाही, लेकिन हारा तो होगी किरकिरी

Next Post

वरुण धवन की फ़िल्म ‘बवाल’ पर क्यों मचा है हंगामा?

Shailendra Rajput

Shailendra Rajput

सच्चाई के साथ धोखारहित खबरें, मकसद हंगामा खड़ा करना नहीं, अच्छी और सच्ची खबर दिखाना है।

Next Post
वरुण धवन की फ़िल्म ‘बवाल’ पर क्यों मचा है हंगामा?

वरुण धवन की फ़िल्म 'बवाल' पर क्यों मचा है हंगामा?

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

  • Trending
  • Comments
  • Latest
लाड़ली बहना योजना परित्याग का आदेश हुआ निरस्त, मामले को लेकर अधिकारी पर गिर सकती है कार्रवाई की गाज

लाड़ली बहना योजना परित्याग का आदेश हुआ निरस्त, मामले को लेकर अधिकारी पर गिर सकती है कार्रवाई की गाज

December 15, 2023

ज्योति का भार्गव से कड़ा मुकाबला

December 5, 2023
पूर्व भाजपा विधायक रतन सिंह के बेटे का देशी कट्टा दिखाकर अधिकारियों को धमकी देते वीडियो हुआ वायरल, पुलिस ने किया मामला दर्ज

पूर्व भाजपा विधायक रतन सिंह के बेटे का देशी कट्टा दिखाकर अधिकारियों को धमकी देते वीडियो हुआ वायरल, पुलिस ने किया मामला दर्ज

May 30, 2024
सुरखी विधानसभा के रण में “हुकुम” मदद की आस के सहारे, गद्दी पर बैठाने वाले हाथों पर क्यों नही बन पा रहा भरोसा, काँटे के मुकाबले में ऊँट आखिर किस करवट बैठेगा, एवरीथिंग फेयर इन लव एंड वार की भयंकर बिसात को कैसे तोड़ पाएगा मंत्री खेमा.. षडयंत्रो, भीतरघातों और दगाबाजी के चंगुल में फंसी इस विधानसभा का मुकाबला बेहद रोचक होने वाला है

सुरखी विधानसभा के रण में “हुकुम” मदद की आस के सहारे, गद्दी पर बैठाने वाले हाथों पर क्यों नही बन पा रहा भरोसा, काँटे के मुकाबले में ऊँट आखिर किस करवट बैठेगा, एवरीथिंग फेयर इन लव एंड वार की भयंकर बिसात को कैसे तोड़ पाएगा मंत्री खेमा.. षडयंत्रो, भीतरघातों और दगाबाजी के चंगुल में फंसी इस विधानसभा का मुकाबला बेहद रोचक होने वाला है

October 12, 2023
भयंकर बाढ़ मंदिर तो बहा ले गई पर उसमे बैठे हनुमान जी की प्रतिमा को डिगा भी न पाई, भक्तों का लगा तांता, कहा- बनाएंगे भव्य मंदिर, वीडियो देखें

भयंकर बाढ़ मंदिर तो बहा ले गई पर उसमे बैठे हनुमान जी की प्रतिमा को डिगा भी न पाई, भक्तों का लगा तांता, कहा- बनाएंगे भव्य मंदिर, वीडियो देखें

2

आईटी सेल का मतलब…

1
मुसोलिनी ने टैगोर को इटली बुलाकर क्या उनका इस्तेमाल किया था? – विवेचना

मुसोलिनी ने टैगोर को इटली बुलाकर क्या उनका इस्तेमाल किया था? – विवेचना

0
बिहार में बारिश की बेरुख़ी, सूखे की मार से किसान मुसीबत में

बिहार में बारिश की बेरुख़ी, सूखे की मार से किसान मुसीबत में

0
सागर की इंदिरा कॉलोनी में मीना पिम्पलापुरे (ताई) के बगीचा मे रहने वाले जहरीले जीवों सांप, गुहेरा, कबर बिज्जुओं का आतंक, पेड़ों के गिरने और उनसे घरों में आने लगी दरारें, सालों से बना है लोगों की जान को खतरा, इतनी शिकायतों के बाद आज-तक नही हो सका कोई निदान

सागर की इंदिरा कॉलोनी में मीना पिम्पलापुरे (ताई) के बगीचा मे रहने वाले जहरीले जीवों सांप, गुहेरा, कबर बिज्जुओं का आतंक, पेड़ों के गिरने और उनसे घरों में आने लगी दरारें, सालों से बना है लोगों की जान को खतरा, इतनी शिकायतों के बाद आज-तक नही हो सका कोई निदान

April 10, 2025
शांति के टापू में देर रात फिर बिगड़ा माहौल, इस उपाय से बनेगा सागर में सौहार्दपूर्ण माहौल

शांति के टापू में देर रात फिर बिगड़ा माहौल, इस उपाय से बनेगा सागर में सौहार्दपूर्ण माहौल

January 29, 2025
जिलाध्यक्ष चयन को लेकर बीजेपी मुख्यालय में संगठन पदाधिकारियों की बैठक जारी, तीन नामों का पैनल होगा तैयार, केंद्रीय नेतृत्व द्वारा होगा अंतिम फैसला

जिलाध्यक्ष चयन को लेकर बीजेपी मुख्यालय में संगठन पदाधिकारियों की बैठक जारी, तीन नामों का पैनल होगा तैयार, केंद्रीय नेतृत्व द्वारा होगा अंतिम फैसला

January 2, 2025
सागर के चितौरा टोल प्लाजा से लगी 25 एकड़ से ज्यादा वन, टोल और राजस्व भूमि कब्जाकर भूमाफियाओं ने बनाए 10 ढाबा 25 से ज्यादा दुकान और पक्के मकान, लाखों की किराया बसूली, सरकारी भूमि से अवैध कब्जा हटाने में अधिकारी नाकाम

सागर के चितौरा टोल प्लाजा से लगी 25 एकड़ से ज्यादा वन, टोल और राजस्व भूमि कब्जाकर भूमाफियाओं ने बनाए 10 ढाबा 25 से ज्यादा दुकान और पक्के मकान, लाखों की किराया बसूली, सरकारी भूमि से अवैध कब्जा हटाने में अधिकारी नाकाम

December 21, 2024

Recent News

सागर की इंदिरा कॉलोनी में मीना पिम्पलापुरे (ताई) के बगीचा मे रहने वाले जहरीले जीवों सांप, गुहेरा, कबर बिज्जुओं का आतंक, पेड़ों के गिरने और उनसे घरों में आने लगी दरारें, सालों से बना है लोगों की जान को खतरा, इतनी शिकायतों के बाद आज-तक नही हो सका कोई निदान

सागर की इंदिरा कॉलोनी में मीना पिम्पलापुरे (ताई) के बगीचा मे रहने वाले जहरीले जीवों सांप, गुहेरा, कबर बिज्जुओं का आतंक, पेड़ों के गिरने और उनसे घरों में आने लगी दरारें, सालों से बना है लोगों की जान को खतरा, इतनी शिकायतों के बाद आज-तक नही हो सका कोई निदान

April 10, 2025
शांति के टापू में देर रात फिर बिगड़ा माहौल, इस उपाय से बनेगा सागर में सौहार्दपूर्ण माहौल

शांति के टापू में देर रात फिर बिगड़ा माहौल, इस उपाय से बनेगा सागर में सौहार्दपूर्ण माहौल

January 29, 2025
जिलाध्यक्ष चयन को लेकर बीजेपी मुख्यालय में संगठन पदाधिकारियों की बैठक जारी, तीन नामों का पैनल होगा तैयार, केंद्रीय नेतृत्व द्वारा होगा अंतिम फैसला

जिलाध्यक्ष चयन को लेकर बीजेपी मुख्यालय में संगठन पदाधिकारियों की बैठक जारी, तीन नामों का पैनल होगा तैयार, केंद्रीय नेतृत्व द्वारा होगा अंतिम फैसला

January 2, 2025
सागर के चितौरा टोल प्लाजा से लगी 25 एकड़ से ज्यादा वन, टोल और राजस्व भूमि कब्जाकर भूमाफियाओं ने बनाए 10 ढाबा 25 से ज्यादा दुकान और पक्के मकान, लाखों की किराया बसूली, सरकारी भूमि से अवैध कब्जा हटाने में अधिकारी नाकाम

सागर के चितौरा टोल प्लाजा से लगी 25 एकड़ से ज्यादा वन, टोल और राजस्व भूमि कब्जाकर भूमाफियाओं ने बनाए 10 ढाबा 25 से ज्यादा दुकान और पक्के मकान, लाखों की किराया बसूली, सरकारी भूमि से अवैध कब्जा हटाने में अधिकारी नाकाम

December 21, 2024
फॉलो मी इंडिया

© 2023 All Right Reserved | Powered by CyberDairy Solutions

Navigate Site

  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result

© 2023 All Right Reserved | Powered by CyberDairy Solutions