• Home
  • About
  • Privacy Policy
फॉलो मी इंडिया
  • Home
  • सागर
  • ताजा खबर
  • खेल
  • दुनिया
  • देश
  • धर्म
  • बात पते की
  • बिज़नेस
  • भारत
  • मनोरजंन
  • राजनीति
  • लाइफस्टाइल
  • समाज
  • About
  • Privacy Policy
No Result
View All Result
  • Home
  • सागर
  • ताजा खबर
  • खेल
  • दुनिया
  • देश
  • धर्म
  • बात पते की
  • बिज़नेस
  • भारत
  • मनोरजंन
  • राजनीति
  • लाइफस्टाइल
  • समाज
  • About
  • Privacy Policy
No Result
View All Result
फॉलो मी इंडिया
No Result
View All Result

Home सागर

ज्योति के फेंके पांसे गोपाल के इशारे पर नाचे, जीवन नाम पर शक की सुई कमलेश बने रहे मिस्टर इंडिया, कांग्रेस के ढोल नगाड़ों मे रहली विस बीजेपी की लगी थाप

Jyoti's thrown dice danced on Gopal's gesture.

Shailendra Singh by Shailendra Singh
November 28, 2023
in सागर, राजनीति, बात पते की, Follow Me Special, Madhya Pradesh
0
ज्योति के फेंके पांसे गोपाल के इशारे पर नाचे, जीवन नाम पर शक की सुई कमलेश बने रहे मिस्टर इंडिया, कांग्रेस के ढोल नगाड़ों मे रहली विस बीजेपी की लगी थाप
0
SHARES
1.1k
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

ज्योति के फेंके पांसे गोपाल के इशारे पर नाचे, जीवन नाम पर शक की सुई कमलेश बने रहे मिस्टर इंडिया, कांग्रेस के ढोल नगाड़ों मे रहली विस बीजेपी की लगी थाप

मध्यप्रदेश की राजनीति में रहली विधानसभा ऐसा नाम है जिसे आज हर कोई समझना चाहता है। पिछले 8 विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी और पंडित गोपाल भार्गव के लिए यह सीट सुरक्षित बनी हुई हैं।

कांग्रेस पार्टी इस विधानसभा में उम्मीदवार और संगठन स्तर पर तमाम प्रयोग कर चुकी है। भार्गव कहते हैं मेरे खिलाफ कांग्रेस अभी तक कोई दमदार प्रत्याशी नही उतार पाई है। हम इस पर गौर करें तो ज्यादातर उम्मीदवार भार्गव को हराने के लिए बिछाई राजनीतिक बिसात में खुद फंसकर रह जाते हैं। विपक्ष के लिए भार्गव की लोकप्रियता बड़ी चुनौती रहती है। उन्हें घेरने के मुद्दों पर अधिकतर में प्रमाणिकता साबित नही हो पाती है।

भार्गव सामने वाले प्रत्याशी को खुला मैदान देते हैं। प्रतिद्वंद्वी न होकर वो दर्शक की भूमिका में नजर आते हैं। लड़ने की थाप और ललकार को खामोशी से सुनते हैं। पहले मौका देने वाले गोपाल जब पलटवार करते हैं विपक्षी खेमा उसका सही जबाब नही दे पाता है। 2018 विस में खिलाफ में उतरे कमलेश साहू को कांग्रेस पार्टी द्वारा टिकिट देने के मकसद में लंबे समय तक उनसे जुड़ा हुआ रहना रहा था। संगठन को विश्वास था कि उन्हें साहू के रूप में भार्गव का काट मिल जाएगा। भार्गव से जुड़े रहकर खिलाफ में चुनाव लड़ने का कुछ हद तक लाभ भी मिलता है। 50 हजार तय जीत का लक्ष्य 27 हजार मतों तक पहुंच जाता है।

अभी तक के परिणामों पर नजर डालें तो बीजेपी के जीत के पैमानों पर क्षेत्र में भार्गव की लगातार सक्रियता सामने आई है। अभिषेक भार्गव की क्षेत्र में नजर और निदान के साथ सोशल मीडिया पर पकड़ काबिले तारीफ है। उनकी एक बड़ी फ्रेंड फॉलोइंग है। साथ ही विस रहली के बीजेपी संगठन के अधिकारी व कार्यकर्ताओं की दम पर क्षेत्र से जुड़े मुद्दों को खोजने में बड़ी मदद रहती है। 2018 के चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार इससे पहले साथ रहकर भी इसे पूरी तरह समझ नही पाए। इस लंबी चैन को बना पाना साहू के लिए नामुमकिन जैसा था। 2023 के चुनाव में आशा के विपरीत 2018 जैसी पुनरावृत्ति हुई है। इसके साथ कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति पटेल सहित उनके समर्थक खुद के बयानों में उलझते गए। कमलनाथ की सभा जैसे ज्योति के समर्थन में न होकर भार्गव के पक्ष में चली गई।

ज्योति पटेल और जीवन पटेल की लड़ाई किसी से छुपी हुई नही है। जीवन का भार्गव को ट्रेक्टर से कुचलने वाला बयान ज्योति पटेल को पहले से परेशान कर रहा था। पिता और पुत्र ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया। बाकी कसर उस सभा में पूरी हो गई जहां पटेल और आनंद मंच पर भाषण दे रहे कमलनाथ के सामने उलझ जाते हैं। दोनों एक दूसरे पर हाथ छोड़ते दिखाई देते हैं। इस विवाद के बाद जीवन की सक्रियता कम दिखाई देने लगती है। साथ दे रहे कमलेश साहू जो अंदर और बाहर से संगठन को मजबूती दे रहे थे वो चुनावी रण की मात्र औपचारिकता करते दिखाई देने लगते हैं। मिंटू चौरहा परिवार सहित जरूर साथ नजर आते रहे। हालांकि लोकप्रियता और जातिगत गणित में वो ज्योति पटेल की वोट बैंक में ज्यादा खास इजाफा नही कर पाए, क्योंकि क्षत्रियों का बड़ा वर्ग गोपाल भार्गव का खुला समर्थन करता रहा है।

हम रहली विस 2023 के चुनाव को समझें तो ज्योति के हिसाब से हालात सुधरने के बजाय बिगड़ते चले गए। कांग्रेस की उथल- पुथल के बाद यहां का चुनाव परिणाम हफ्ते भर पहले समझ आने लग गया था। संगठन और ज्योति खेमा द्वारा बिछाई बिसात में वो खुद उलझते चले गए। हमेशा की तरह यह चुनाव बीजेपी के लिए ज्यादा चुनौती भरा नही रहा है। एक कुशल और अच्छे राजनेता के तौर पर पंडित गोपाल भार्गव ने इस बार फिर अपने आपको साबित किया है।

Previous Post

शाहपुर में धर्मिक भावनाओं को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आए, शौंच को लेकर उपजा विवाद, घर मे लगाई आग, दुकान में हुई तोड़फोड़, पुलिस ने संभाला मोर्चा

Next Post

बूथ कैप्चरिंग का सनसनी खेज वीडियो आया सामने, दबंग के सामने अधिकारी की मौन स्वीकृति, चुनाव आयोग में हुई शिकायत

Shailendra Singh

Shailendra Singh

सच्चाई के साथ जनता के सरोकार से जुड़ी खबरें, मकसद हंगामा खड़ा करना नहीं, अच्छी और सच्ची खबर दिखाना है।

Next Post
बूथ कैप्चरिंग का सनसनी खेज वीडियो आया सामने, दबंग के सामने अधिकारी की मौन स्वीकृति, चुनाव आयोग में हुई शिकायत

बूथ कैप्चरिंग का सनसनी खेज वीडियो आया सामने, दबंग के सामने अधिकारी की मौन स्वीकृति, चुनाव आयोग में हुई शिकायत

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

  • Trending
  • Comments
  • Latest
लाड़ली बहना योजना परित्याग का आदेश हुआ निरस्त, मामले को लेकर अधिकारी पर गिर सकती है कार्रवाई की गाज

लाड़ली बहना योजना परित्याग का आदेश हुआ निरस्त, मामले को लेकर अधिकारी पर गिर सकती है कार्रवाई की गाज

December 15, 2023

ज्योति का भार्गव से कड़ा मुकाबला

December 5, 2023
पूर्व भाजपा विधायक रतन सिंह के बेटे का देशी कट्टा दिखाकर अधिकारियों को धमकी देते वीडियो हुआ वायरल, पुलिस ने किया मामला दर्ज

पूर्व भाजपा विधायक रतन सिंह के बेटे का देशी कट्टा दिखाकर अधिकारियों को धमकी देते वीडियो हुआ वायरल, पुलिस ने किया मामला दर्ज

May 30, 2024
सुरखी विधानसभा के रण में “हुकुम” मदद की आस के सहारे, गद्दी पर बैठाने वाले हाथों पर क्यों नही बन पा रहा भरोसा, काँटे के मुकाबले में ऊँट आखिर किस करवट बैठेगा, एवरीथिंग फेयर इन लव एंड वार की भयंकर बिसात को कैसे तोड़ पाएगा मंत्री खेमा.. षडयंत्रो, भीतरघातों और दगाबाजी के चंगुल में फंसी इस विधानसभा का मुकाबला बेहद रोचक होने वाला है

सुरखी विधानसभा के रण में “हुकुम” मदद की आस के सहारे, गद्दी पर बैठाने वाले हाथों पर क्यों नही बन पा रहा भरोसा, काँटे के मुकाबले में ऊँट आखिर किस करवट बैठेगा, एवरीथिंग फेयर इन लव एंड वार की भयंकर बिसात को कैसे तोड़ पाएगा मंत्री खेमा.. षडयंत्रो, भीतरघातों और दगाबाजी के चंगुल में फंसी इस विधानसभा का मुकाबला बेहद रोचक होने वाला है

October 12, 2023
भयंकर बाढ़ मंदिर तो बहा ले गई पर उसमे बैठे हनुमान जी की प्रतिमा को डिगा भी न पाई, भक्तों का लगा तांता, कहा- बनाएंगे भव्य मंदिर, वीडियो देखें

भयंकर बाढ़ मंदिर तो बहा ले गई पर उसमे बैठे हनुमान जी की प्रतिमा को डिगा भी न पाई, भक्तों का लगा तांता, कहा- बनाएंगे भव्य मंदिर, वीडियो देखें

2

आईटी सेल का मतलब…

1
मुसोलिनी ने टैगोर को इटली बुलाकर क्या उनका इस्तेमाल किया था? – विवेचना

मुसोलिनी ने टैगोर को इटली बुलाकर क्या उनका इस्तेमाल किया था? – विवेचना

0
बिहार में बारिश की बेरुख़ी, सूखे की मार से किसान मुसीबत में

बिहार में बारिश की बेरुख़ी, सूखे की मार से किसान मुसीबत में

0
पत्रकार नाम की भद क्यों पिट रही है?

पत्रकार नाम की भद क्यों पिट रही है?

October 28, 2025
सागर में जनपद सदस्य की गाड़ी पर महिला का हमला, जमीन कब्जे और धोखाधड़ी का आरोप

सागर में जनपद सदस्य की गाड़ी पर महिला का हमला, जमीन कब्जे और धोखाधड़ी का आरोप

October 27, 2025
किसानों की हालत पर मंत्री गोविंद सिंह के बड़े भाई का दर्द: “सोयाबीन की फसल में इस बार कोई लाभ नहीं”

किसानों की हालत पर मंत्री गोविंद सिंह के बड़े भाई का दर्द: “सोयाबीन की फसल में इस बार कोई लाभ नहीं”

October 18, 2025
काले हिरण शिकार का एक और आरोपी पकड़ाया, सागौन और मांस की जब्ती, संलिप्तता के चलते रेंजर और वनरक्षक हुआ निलबिंत

काले हिरण शिकार का एक और आरोपी पकड़ाया, सागौन और मांस की जब्ती, संलिप्तता के चलते रेंजर और वनरक्षक हुआ निलबिंत

July 18, 2025

Recent News

पत्रकार नाम की भद क्यों पिट रही है?

पत्रकार नाम की भद क्यों पिट रही है?

October 28, 2025
सागर में जनपद सदस्य की गाड़ी पर महिला का हमला, जमीन कब्जे और धोखाधड़ी का आरोप

सागर में जनपद सदस्य की गाड़ी पर महिला का हमला, जमीन कब्जे और धोखाधड़ी का आरोप

October 27, 2025
किसानों की हालत पर मंत्री गोविंद सिंह के बड़े भाई का दर्द: “सोयाबीन की फसल में इस बार कोई लाभ नहीं”

किसानों की हालत पर मंत्री गोविंद सिंह के बड़े भाई का दर्द: “सोयाबीन की फसल में इस बार कोई लाभ नहीं”

October 18, 2025
काले हिरण शिकार का एक और आरोपी पकड़ाया, सागौन और मांस की जब्ती, संलिप्तता के चलते रेंजर और वनरक्षक हुआ निलबिंत

काले हिरण शिकार का एक और आरोपी पकड़ाया, सागौन और मांस की जब्ती, संलिप्तता के चलते रेंजर और वनरक्षक हुआ निलबिंत

July 18, 2025
फॉलो मी इंडिया

© 2023 All Right Reserved | Powered by CyberDairy Solutions

Navigate Site

  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result

© 2023 All Right Reserved | Powered by CyberDairy Solutions