मध्यप्रदेश के सागर, इंदौर भोपाल और ग्वालियर को तस्करों ने सोना तस्करी का गढ़ बना लिया है। पूरे प्रदेश मे तस्करी को इन्हीं शहरों से अंजाम दिया जा रहा है। देश को नुक्सान पहुंचाने वाली सोने की तस्करी को रोकने के लिए जहां एक ओर विभिन्न सरकारी विभाग नए नए तरीके बना रहे हैं। वहीं तस्कर दूसरे तरीकों से विभाग की पकड़ में आने से बचने के लिए उसके तोड़ बनाने में लगे हुए हैं।
सूत्र बताते हैं प्रदेश में तस्करी का ज्यादातर सोना मुंबई, और अहमदाबाद से आता है। इन दोनों शहरों से लगी प्रदेश की सीमा से सोना भेजा जाता है। फिर अलग-अलग हिस्सों में सप्लाई होती है। उक्त दोनों शहरों से सोने की सड़क या ट्रेन रूट से तस्करी होती है। साथ ही इंदौर एयरपोर्ट से इंटरनेशनल फ्लाइट आती हैं। दुबई से सीधी कनेक्टिविटी होने से तस्कर यहां सोना लेकर आते हैं। सबसे ज्यादा तस्करी सड़क मार्ग, फ्लाइट, कूरियर और पोस्ट कार्गो के जरिये होती है।
छत्तीसगढ़ से सागर के लिए अनाधिकृत रूप से सोने की तस्करी का खेल किसी से छिपा नही है। सागर में 24 मई 21 को पकड़ाई सोने की खेप जिसकी कीमत 4 करोड़ 64 लाख रुपए आंकी गई थी। मुखविर से मिली सूचना पर टीम ने गौरझामर से चितौरा तक हाईवे पर वाहनों की चेकिंग की। चेकिंग के दौरान कार की स्टेपनी की जगह पर छिपाकर रखा गया सोना मिला था। इसमें डीआरआई की टीम ने प्रकाश सांखला और उनके भतीजे को हिरासत में लेकर पूछताछ की। DRI टीम के सामने सराफा कारोबारी ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल किया था। इसमें सागर से गिरफ्तार किए गए आरोपियों को उसके सामने बिठाकर पूछताछ की गई थी। इस दौरान सभी ने एक दूसरे के खिलाफ विरोधाभाषी बयान दिया था। जिसके बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया था। बताया जाता है कि उनसे मिली इनपुट के आधार पर कुछ अन्य लोगों के नाम भी सामने आए थे। मुख्य सरगना ने बताया कि उसके गिरोह के सदस्य छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में है जिसके साथ सागर का सराफा से जुड़ा व्यापारी मिलकर काम करता है।
इसी तरह के एक और मामले में 2 बर्ष पहले सागर पुलिस ने चांदी की तस्करी करते हुए तीन तस्करों को शासकीय बस स्टैंड के पास से पकड़ा था। उनके कब्जे से जब्त कार की तलाशी लेने पर सीट के नीचे से 87 किलोग्राम चांदी कीमती करीब 61 लाख रुपए बरामद की है। तस्करी में यूपी के हाथरस निवासी तीन लाेगाें काे पकड़ा गया था पूछताछ में पता चला है कि सागर के सराफा कारोबार से जुड़े 7-8 व्यापारियों की डिमांड पर वे माल लेकर आए थे। एक मामला लोकसभा चुनाव के दौरान 20 मार्च 2023 को पुलिस की सघन चैकिंग के दौरान रेलवे स्टेशन पर एक युवक और नाबालिग लड़के से 35 किलो 297 ग्राम चांदी बरामद हुई थी जो मथुरा से घुंघरू बनाकर ले जाए जा रहे थे चांदी की कीमत करीब 17 लाख 60 हजार रूपये बताई गई थी।
जानकार बताते हैं कि सागर जिले में अधिकतर आने वाला गोल्ड बिस्किट, ज्वेलरी और छिपकर लेकर जाने की नई-नई तरकीब बनाकर लाया जाता है। जेवराती सोना आगरा, कलकत्ता और चांदी सबसे ज्यादा कलकत्ता, आगरा मथुरा रॉड से होकर आती है। स्मगलिंग का गोल्ड नेपाल से गोरखपुर होकर आगरा पहुंचता है। ज्वेलरी मैन्युफैक्चरिंग में आगरा के बड़ा नाम है। कारोबारियों को तस्करी के हिसाब से आगरा पंसदीदा जगह है। आपको जानकर हैरानी होगी इसके लिए ट्रेन और सड़क के माध्यम से पहुंचाने वालों को चक्कर के हिसाब से पैसे दिए जाते हैं अन्य माध्यमों के अलावा जूतों, थैलियों, टिफिन और महिला सौन्दर्य सामग्री में रखकर करोड़ों के सोना की तस्करी की जाती है। वाहकों से डिलीवरी लेने वाले के लिए बाकायदा एजेंट होते हैं जो सोने को खुदरा स्तर तक पहुंचाने की व्यवस्था करते हैं।