विधायक रघुवंसी ने महल प्रताड़ना और सिंधिया समर्थक आए मंत्रियों के अखंड भ्रष्टाचार से दुखी कहकर बीजेपी के सभी पदों से दिया इस्तीफा
महल प्रताड़ना और सिंधिया समर्थक आए मंत्रियों के अखंड भ्रष्टाचार से दुखी होकर इस्तीफा दे रहा हूँ, शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री ने रिश्वत मांगने के मामले में 500 जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में कहा- भ्रष्टाचार भगवान पर चढ़ाया जाने वाले प्रसाद समान है और यह नेग सभी को हर हाल में देना पड़ेगा, भ्रष्टाचार ने पूरे प्रदेश को शर्मसार किया है :- वीरेन्द्र रघुवंशी (विधायक, विधानसभा कोलारस )
शिवपुरी जिले के कोलारस विधानसभा से बीजेपी विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता एवं विशेष आमंत्रित सदस्य प्रदेश कार्यकारी समिति के पद से में अपने इस्तीफे की घोषणा की है। वो पिछले 3-5 सालों से कई बार अपनी पीड़ा मुख्यमंत्री एवं शीर्ष नेतृत्व के सामने रख चुके हैं। विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा- पूरे ग्वालियर चंबल संभाग सहित हमारे साथ पार्टी के कई कार्यकर्ताओं की नवागत भाजपाई उपेक्षा करते रहे हैं। यह सब हमारे साथ सिर्फ इसलिए होता रहा क्योंकि हमने पूरी निष्ठा व ईमानदारी से 2014 एवं 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का काम किया एवं सफलता पाई। शिवपुरी जिले एवं कोलारस विधानसभा में भ्रष्ट अधिकारियों की पोस्टिंग सिर्फ इसलिए की जा रही है ताकि वे मेरे हर विकास कार्य में रुकावट उत्पन्न कर सकें। वह मुझे एवं मेरे कार्यकर्ताओं को परेशान कर सकें। सिंधिया ने यह कहकर कांग्रेस की सरकार गिराई थी कि किसानों का 2 लाख का कर्ज माफ नहीं किया गया पर भाजपा की सरकार बनने के बाद सिंधिया ने किसान कर्ज माफी करना तो दूर आज तक कर्ज माफी की बात तक नहीं की है। सरकार के मंत्री एवं प्रशासन के अधिकारी भ्रष्टाचार में डूब गए हैं। शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री ने स्वयं मेरे विधानसभा क्षेत्र में रिश्वत मांगने के मामले में कहा कि मंदिर में भी प्रसाद चढ़ाते हैं, यह उसी तरह का नेग है, और नेग तो देना पड़ेगा। भ्रष्टाचार ने पूरे प्रदेश को शर्मसार किया है। प्रशासन निरंकुश है। शिवपुरी जिले सहित संपूर्ण प्रदेश में कॉर्पोरेट बैंकों में किसानों की जमा पुरी में ही सेंद लगाकर राशि का आहरण करने के बड़े घोटाले सामने आए हैं। किसानों से की गई धोखाधड़ी के मामले सरकार के सामने आने के बाद भी तीन वर्षों से किसान आज भी अपनी जमा राशि को बैंक से निकलने के लिए चक्कर लगा रहे हैं। उनकी जमा राशि का भुगतान नहीं हो रहा है। लेकिन सरकार द्वारा इसके लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। मैन कॉरपोरेटिव बैंकों के घोटाले के विषय को विधानसभा में उठाया। चर्चा हुई लेकिन आज तक सरकार ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। जिससे किसान लगातार परेशान हैं। इसी प्रकार प्रदेश भर में गौ माता के नाम पर वोट तो मांगी गई। लेकिन गौ माता के पोषण के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई। बनाई गई गौशाला में अधिकतर का संचालन नहीं हो रहा और जो संचालित हैं उनमें चार-पांच महीने तक सरकार द्वारा राशि नहीं भेजी जाती है जिससे गौ माता आज भी सड़कों पर अपने अपने प्राण त्याग रही हैं। प्रदेश सरकार को 3. 4 लाख करोड़ के बजट में गौ माता के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया। विधायक दल तथा पार्टी की बैठकों में प्रस्तावित मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं करना चाहता। बल्कि भ्रष्ट मंत्रियों का बचाव अवश्य करते हैं। मैं जन सेवक हूं। यहाँ अत्यंत घुटन महसूस कर रहा हूं और आहत हूं। अतः मेरे इस्तीफा स्वीकार करने का कष्ट करें। आरोप लगाने वाले वीरेंद्र रघुवंशी कोलारस विधानसभा के बीजेपी विधायक और प्रदेश अध्यक्ष अखिल भारतीय रघुवंशी क्षत्रिय महासभा मध्य प्रदेश अध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा जब मैं कांग्रेस में था तो ज्योतिरादित्य से दुखी होकर भाजपा में शामिल हुआ अब सिंधिया भी भाजपा में आ गए जिसकी वजह से भाजपा छोड़ना पड़ रही है। मैं जनता की सेवा करता आया हूं। लेकिन सिंधिया समर्थक हर काम में रुकावटें डालते आ रहे हैं। उनके खिलाफ फर्जी एफआईआर तक की कोशिश की गई।
रघुवंशी ने प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि एसडीएम एसडीओ तहसीलदार से 5-5, 10-10 लाख रुपए लेकर तैनाती की गई है। लोकायुक्त में चार बार पकड़े गए जनपद सीईओ को प्रभारी मंत्री ने पूर्व विधायक महेंद्र यादव के कहने पर नियुक्ति कराई है।