मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह नही तो कौंन है मुख्यमंत्री का चेहरा ?
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सूबे की सियासत के सबसे बडे़ खिलाड़ी क्यों कहे जाते हैं इसको कुछ उदारण से समझना चाहिए। विरोधियों को जवाब देने का उनका अंदाज भी औरों से जुदा है। मध्य प्रदेश में उनकी कुर्सी खींचने की रेस में तीन बड़े नेता नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल और ज्योतिरादित्य सिंधिया है। उनको उन्होंने अपने दौरों से कैसे आईना दिखाया ज़रा देखिए। चुनावी जीत के बाद वो सबसे पहले छिंदवाड़ा पहुंचे। जहां बीजेपी ज़िले की 7 की 7 सीट हार गई थी, ये सीटें जिताने की जिम्मेदारी महाकौशल का जिम्मा संभाल रहे प्रहलाद पटेल की थी। वहीं उन्होंने दूसरा दौरा श्योपुर का किया जो नरेंद्र सिंह तोमर के खुद के संसदीय क्षेत्र में आता है और यह पूरा जिला बीजेपी हार गई। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान राघोगढ़ पहुंचे जहां से ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी जयवर्धन सिंह को टक्कर दे रहे थे और चुनाव हार गए। वहीं राजधानी से लेकर हर जगह शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहनों की प्रेम का प्रदर्शन भी दिखाया। जिससे उन्होंने मैसेज दिल्ली में बैठे पीएम नरेंद्र मोदी को साफ दे दिया है कि मध्य प्रदेश के 29 लोकसभा सीट जिताने की जिम्मेदारी शिवराज सिंह चौहान के अलावा कोई नहीं उठा सकता। साथ ही उन्होंने अपने भाषणों में यह साफ कर दिया कि मध्य प्रदेश में बीजेपी की जो बड़ी जीत हुई है उसका सबसे बड़ा फैक्टर लाडली बहना योजना है। अब देखना दिलचस्प होगा कि शिवराज सिंह चौहान के इस अंदाज के बाद दिल्ली में बैठे पीएम मोदी और अमित शाह मध्य प्रदेश को लेकर क्या फैसला करते हैं। क्योंकि यह तो तय है कि फिलहाल मध्य प्रदेश में शिवराज से ज्यादा पॉपुलर कोई नहीं है। वही दूसरी तरफ अमित शाह का कार्यकर्ताओं से बदलाव का कमिटमेंट है। एमपी की सियासत में 11 दिसम्बर बहुत खास होने वाली है। अगर शिवराज एक बार फिर से मुख्यमंत्री चुने जाते हैं तो यह तय है कि देश की सबसे बड़ी कुर्सी के लिए आने वाले सालों में वे सबसे बड़े दावेदारों में से एक होंगे। वहीं अगर वो नहीं चुने जाते हैं… तो ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, एमपी में संगठन की बागडोर संभाल रहे वीडी शर्मा की लॉटरी लग सकती है। या मालवा निमाड़ में बीजेपी को बड़ी जीत दिलाने वाले कैलाश विजयवर्गीय सत्ता के सरताज बन सकते हैं।
✍️ अखिलेश सोलंकी , एडिटर भारत24 (मध्यप्रदेश)