सागर शहर के सिविल लाइन की पॉश इंदिरा कॉलोनी के लोग भय के साए में जीने को मजबूर हैं। कॉलोनी से लगे एक बड़े बगीचे से यहां आए दिन इन रहवासियों को सांप, कबर बिज्जू, गुहेरा जैसे जहरीले जीवों का सामना करना पड़ रहा है। घर की छतों पर अचानक से इन पर जिसकी भी नजर पड़ती है उसको देखकर डरकर घबराकर भागते समय वो कई बार चोटिल तक हो जाते हैं। इनसे भयभीत इंदिरा कलोनी की एक लाइन के 30 से ज्यादा घरों के लोग CM हेल्पलाइन और नगर निगम में इसकी क़ई बार शिकायत कर चुके हैं। इसके बाबजूद आज तक उनकी कोई सुनाई नही हुई है। इस स्थिति में वह ज्यादा समय अपने घर के दरवाजों को बंद कर बच्चों को सुरक्षित रख पा रहे हैं। आपको बता दें इस सबका कारण सागर शहर की मीना पिम्पलापुरे (मीना ताई) को बताया जा रहा है जिनका नाम उत्कृष्ट समाजसेवी और औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित बड़े घराने के तौर पर लिया जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी यह समस्या आज और कल की नही है। कई बर्षो से यहां के रहवासियों को इस तरह से जीवन जीने मजबूर रहना पड़ रहा है। इंदिरा कॉलोनी सागर शहर की सबसे मंहगी जगह मानी जाती है। यहां ज्यादातर ब्राह्मण समाज से आने वाले लोग रहते हैं, और समाज जिनके सबके मिलकर साथ रहने की इंदिरा कॉलोनी की शहर में मिशाल दी जाती हैं। कॉलोनी वासी कहते हैं, इस खुशनुमा माहौल पर मीना पिम्पलापुरे का बगीचा हम सबको शैतान बनकर सता रहा है।
सुरक्षित घरों में जहरीले जीवों का डेरा
इंदिरा कॉलोनी के रहवासी इन जहरीले जीवों को लेकर बतातें हैं कि हम सब सागर की सबसे सुरक्षित कॉलोनी में से एक जगह पर रह रहे हैं। हमारे रिश्तेदार कहते हैं। आप सागर के हृदय स्थल में रहते हैं यह अपने आप मे बड़ी बात है। हमारे कॉलोनी की खुशनुमा माहौल को देखकर वह यहां रहने की इक्षा जताते रहते हैं। इस सबके बीच जब पिम्पलापुरे के बगीचे से होकर घरों में पहुंचने वाले जहरीले जीवों पर इनकी नजर पड़ती है। यह देखकर विश्वास नही कर पाते कि एक अच्छे सुरक्षित परिसर में वह एक बगीचा इस तरह सबको असुरक्षित रखे हुए है।
कमजोर दीवार गिरने, तूफान से पेड़ों के गिरने और उनकी जड़ों से घरों में आने लगी दरारें
इंदिरा कॉलोनी में मीना पिम्पलापुरे की प्रोपर्टी से लगे 20-25 घरों से लगी जर्जर दीवार के गिरने का खतरा बना रहता है साथ ही उससे सटे 50-60 फ़ीट लम्बे पेड़ों की जड़ों के फैलने से कॉलोनी में बने घरों में जगह-जगह से दरारें आ गई हैं। इसको लेकर रहवासियों ने मीना ताई और स्टॉप को बताया है। इस सबके बाबजूद उन्होंने इस पर कभी कोई गौर नही किया है, उल्टा वह उन्हें खुद से कटवाने की कह देते हैं। रहवासियों का कहना है जब आँधी तूफान आता है उस समय हम सब घबराए रहते हैं, हम सब न घर के अंदर सुरक्षित है बाहर आने पर इन जीवों से डर बना रहता है
सीएम हेल्पलाइन और निगम से शिकायतों के बाद नही हुई कार्रवाई
ऐसा नही है कि कॉलोनी वासियों ने इस सबके निराकरण के लिए कोशिशें न की हों। इसके निपटारे के लिए वह मीना पिम्पलापुरे से जाकर मिले हैं। ताई उनको आश्वासन देकर चलता बना कर देती हैं। बगीचे में रहने वाले मुनीम वहाँ के कर्मचारियों को घरों के अंदर पहुंचने वाले इन जहरीले जीवों की सब जानकारी रहती है। कॉलोनी में रह रहे लोगों ने बगीचे से घरों में आने वाले इन जहरीले जीवों को कर्मचारियों को कई बार दिखाया है। कबर बिज्जू आपस मे लड़कर यहां घायल हो जाते हैं, वो घरों में खून से लथपथ देखे जा सकते हैं। ये जीव घरों की छतों पर सुखाने टांगकर रखे जाने वाले कपड़ों को या तो काट देते हैं या खींचकर ले जाते हैं। कॉलोनी के लोगों ने इसकी लिखित में जाकर निगम से भी शिकायत की है। कई बार सीएम हेल्पलाइन में इसकी शिकायत की है, इतने सबके बाद भी आज-तक इसका कोई निराकरण नही हो पाया है।